Dataset Viewer
proverb
stringlengths 6
42
| meaning
stringlengths 4
103
|
|---|---|
आँख सेंकना
|
हसीनों को देखना, सौंदर्य-दर्शन का सुख लेना।
|
लहू का घूँट पीकर रह जाना
|
चाह के भी किसी को पलट के जवाब ना दे पाना।
|
फाख्ता उड़ाना
|
मौज-मस्ती करना
|
बिल्ली को थैले से बाहर निकाल देना
|
लापरवाही से या गलती से कोई रहस्य बताना।
|
शिगूफा खिलाना या छोड़ना
|
कोई अनोखी बात करना
|
औंधी खोपड़ी
|
बुद्धिहीनता, मूर्खता।
|
माला फेरना
|
परमेश्वर का पाठ करना।
|
कड़वा घूँट पीना
|
अति कष्टकर बातों को सह लेना।
|
रास आना
|
हितकर या सुखदायी होना।
|
आसमान पर थूकना
|
सच्चरित्र व्यक्ति पर कलंक लगाने का प्रयास करना।
|
बात बढ़ना
|
झगड़ा होना
|
नाक के नीचे
|
बहुत निकट
|
आँखों पर बिठाना
|
बहुत आदर-सत्कार करना, आराम से रखना।
|
गोद करना
|
संतान होना, संतान होने का आशीर्वाद देना।
|
शिकार हाथ लगना
|
मोटा असामी मिलना
|
अक्ल का कसूर
|
अक्ल की कमी या समझ का दोष होना।
|
कमर टूटना
|
हिम्मत पस्त होना।
|
पेट में चूहे कूदना
|
जोर की भूख लगना
|
जिक्र छेड़ना
|
चर्चा करना।
|
आंखें बिछाना
|
बेसब्री से प्रतीक्षा करना या प्रेम से स्वागत करना।
|
कंठी तोड़ना
|
वैष्णवत्व का त्याग, मांस-मछली खाना शुरू कर देना।
|
ज्ञान बघारना
|
शेखी दिखाना।
|
खाट लगना
|
रोग के कारण उठने-बैठने में अशक्त हो जाना, बहुत दुर्बल हो जाना।
|
कलेजे में पैठना
|
भेद लेने अथवा मतलब की बात निकालने के लिए हेल-मेल बढ़ाना।
|
मैदान साफ होना
|
मार्ग में कोई बाधा आदि न होना।
|
नाक कटना
|
प्रतिष्ठा या मर्यादा नष्ट होना
|
घर की खेती
|
अपना माल।
|
टका सा जबाब देना
|
साफ़ इनकार करना
|
चरण पड़ना
|
आगमन, प्रवेश होना।
|
नंगा कर देना
|
असलियत प्रकट कर देना
|
हरी झंडी दिखाना
|
आगे बढ़ने का संकेत करना
|
नारद मुनि
|
इधर-उधर की बातें कर कलह कराने वाला व्यक्ति
|
जान हलकान करना
|
अत्यधिक परेशान करना।
|
टुकुर-टुकुर देखना
|
टकटकी लगाकर देखना
|
एक ओर कुआँ दूसरी ओर खाई
|
सब तरफ मुसीबत, अत्यन्त कठिन परिस्थिति।
|
आँख की ठंडक
|
प्रिय व्यक्ति या वस्तु होना।
|
मुँह उतरना
|
उदास होना।
|
छोटा मुँह बड़ी बात
|
हैसियत से अधिक बात करना।
|
किला फतेह करना
|
किसी कठिन कार्य में सफलता प्राप्त करना।
|
आँख का तारा होना
|
बहुत प्रिय होना
|
दिन गँवाना
|
समय नष्ट करना
|
गोद में बैठकर दाढ़ी नोंचना
|
कृतघ्नता का व्यवहार करना।
|
दूध की मक्खी
|
तुच्छ व्यक्ति
|
कागजी घोड़े दौड़ाना
|
व्यर्थ की लिखा पढ़ी करना या कोरी कागजी कार्यवाही करना।
|
गत बजाना
|
सितार आदि पर राग का सरगम बजाना।
|
आँखों में धूल झोंकना
|
धोखा देना।
|
एक-एक के दस-दस करना
|
खूब नफा कमाना।
|
शहीद होना
|
कुर्बान होना
|
गोता देना
|
धोखा देना।
|
फूला न समाना
|
अत्यन्त आनन्दित होना
|
आँखें फाड़-फाड़कर देखना
|
विस्मयपूर्वक देखना।
|
गले पड़ना
|
पीछे पड़ना
|
दौड़-धूप करना
|
बड़ी कोशिश करना
|
दाँत काटी रोटी होना
|
गहरी दोस्ती या पक्की मित्रता होना।
|
टोपी उछालना
|
निरादर करना
|
कान बजना
|
कान में साँय-साँय की आवाज होना।
|
दिमाग सातवें आसमान पर होना
|
बहुत अधिक घमंड होना
|
आधा तीतर आधा बटेर
|
अधूरा ज्ञान होना।
|
कोल्हू का बैल होना
|
अत्यंत परिश्रमी करने वाला।
|
गढ़ जीतना या तोड़ना
|
बहुत कठिन काम करना।
|
तूती बोलना
|
बोलबाला होना
|
रफू चक्कर होना
|
डरकर भाग जाना या गायब होना।
|
घर आबाद होना
|
घर बसना, विवाह होना।
|
गढ़ फतह करना
|
कठिन काम करना
|
धमाचौकड़ी मचाना
|
उपद्रव करना
|
जी हल्का होना
|
चिन्ता कम होना
|
लंका ढहाना
|
तबाह करना।
|
छलनी कर डालना
|
शोक-विह्वल कर देना।
|
ईंट का छल्ला देना
|
किसी दुष्ट व्यक्ति से दुष्टता का व्यवहार करना।
|
कलम घिसना
|
बराबर लिखने का काम करना।
|
झूठ का पुतला
|
बहुत झूठा व्यक्ति
|
उन्नीस होना
|
मात्रा में कुछ कम होना।
|
रंग में ढलना
|
किसी के प्रभाव में आना।
|
कसाई के खूंटे से बाँधना
|
निर्दयी व्यक्ति को सौंपना।
|
जान न्योछावर करना
|
बलिदान करना।
|
आंखें फेरना
|
नज़र बदलना।
|
खमीर उठना
|
(आटे आदि का) फूलकर उठना, फैलना।
|
मुँह फुलाना
|
रूठकर बैठ जाना या अप्रसन्नता होना।
|
नौ-दौ ग्यारह होना
|
भाग जाना
|
पैर फैलाकर सोना
|
निश्चिंत रहना
|
शान में बट्टा लगना
|
इज्जत में धब्बा लगना
|
हरिश्चन्द्र बनना
|
सत्यवादी बनना
|
गले के नीचे उतरना
|
निगल जाना, समझ में आना।
|
बधिया बैठना
|
बहुत घाटा होना
|
आँधी उठना
|
हलचल मचना।
|
अक्ल के घोड़े दौड़ाना
|
तरह-तरह की कल्पना करना।
|
दाल रोटी चलना
|
जीवन निर्वाह होना
|
मुँह छिपाना
|
लज्जित होना।
|
लगाम ढीली करना
|
सख्ती न करना या नियमों में नर्मी बरतना।
|
दाँत तले ऊँगली दबाना
|
चकित होना।
|
सिर पर पाँव रख कर भागना
|
बहुत तेजी से भाग जाना
|
ऊँचा-सुनना
|
केवल ज़ोर से कही हुई बात को सुनना।
|
आँखों के आगे नाँचना
|
स्मृति में सदैव बना रहना, ध्यान पर चढ़ा रहना, विस्मृत न होना।
|
शेखी बघारना या मारना
|
अपनी झूठी प्रशंसा करना
|
मुँह चुराना
|
किसी के सामने जाने से बचना।
|
सोने पे सुहागा
|
बेहतर होना
|
उँगली लगाना
|
किसी काम में नाममात्र को सहायता या सहारा देना।
|
आँचल पसारना
|
विनती करना, दीनता दिखा कर कुछ माँगना।
|
करम फूटना
|
भाग्य फूटना, अभागा होना।
|
कड़वा घूंट पीना
|
चुपचाप अपमान सहना
|
End of preview. Expand
in Data Studio
README.md exists but content is empty.
- Downloads last month
- 5